अक्सर बॉलीवुड की कई फिल्मों के बारे में कई सारे किस्से ऐसे होते हैं जो कि हर किसी को हैरान कर देते हैं। लेकिन आज हम आपको 30 साल पुराना एक किस्सा बताने वाले हैं। दरअसल एक फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसको लोग आज तक नहीं भूल पाए हैं। उसे एक पाल ने लोगों को डरा कर रख दिया था। दरअसल यह है किस्सा दिव्या भारती की आखिरी फिल्म रंग का है। दिव्या भारती की जब मौत हो गई थी तो उनके पास में उस समय तकरीबन एक दर्जन से भी ज्यादा फिल्में थी।
दिव्या भारती की मौ’त के बाद रखी गई थी फिल्म स्क्रीनिंग
लेकिन आपको बता दें की फिल्म रंग में दो हसीनाएं यानी कि दिव्या भारती और आयशा जुल्का साथ में नजर आई थी। दोनों ही फिल्में बहनें बनी। लेकिन आपको बता दें कि आयशा जुल्का ने बीबीसी के साथ एक इंटरव्यू के दौरान दिव्या भारती के निधन के बाद जब रंग फिल्म का ट्रायल हुआ तो उसकी एक अजीब घटना के बारे में जिक्र किया। दरअसल इस ट्रायल से कुछ वक्त पहले ही दिव्या भारती की मौत हो चुकी थी और इसी के चलते फिल्म इंडस्ट्री के काफी लोग इसको देखने के लिए पहुंचे थे।
जब फिल्म हॉल में हुआ बड़ा हादसा
लेकिन आयशा जुल्का ने बताया कि हाल पूरी तरीके से भर चुका था और फिल्म की शुरुआत हुई। सब यह देखना चाहते थे कि दिव्या भारती का सीन कब दिखेगा। कुछ वक्त के बाद में दिव्या भारती का पहला सीन नजर आया और इसमें वह एक कार में आती है और कार का ब्रेक लगा देती हैं। लेकिन जैसे ही दिव्या भारती का कार में ब्रेक लगाने वाला सीन आता है वैसे ही अचानक से एक इलेक्ट्रिक शॉक हो जाता है। इसके बाद एक चिंगारी निकलती है और स्क्रीन टूट कर गिर पड़ती है।
इस डरावनी घटना के बाद लोगों ने बनाई तरह-तरह की बातें
इसी दौरान हाल की बिजली की सप्लाई बंद हो जाती है और पूरे हॉल में अंधेरा हो जाता है। हर कोई सीख उठता है कि आखिरकार ऐसा क्या हुआ? ऐसा इसीलिए क्योंकि ऐसी घटना पहली बार देखने को मिली थी। इस घटना के बाद में लोगों ने तरह-तरह की बातें बनाना शुरू कर दिया। यहां तक की कुछ लोग तो यह तक रहते हुए नजर आए की दिव्या भारती की आत्मा वहां पर आई थी। लेकिन इसके पीछे की सच्चाई क्या थी आज तक किसी को भी पता नहीं चल पाया।
हर चीज जल्दी करने की थी दिव्या भारती को आदत
आयशा जुल्का ने आगे इसी इंटरव्यू के दौरान इस बात का भी जिक्र किया और बताया कि दिव्या भारती के साथ उनकी कैसी बॉन्डिंग थी। एक्ट्रेस ने बताया कि दोनों फिल्में काम करते समय एक दूसरे के पड़ोसी बन गए थे। दिव्या भी काफी ज्यादा हंसमुख हुआ करती थी और दोनों अक्सर शॉपिंग के लिए भी जाया करती थी। आयशा जुल्का ने यह भी बताया कि दिव्या भारती हर एक चीज को बहुत जल्दबाजी में करना चाहती थी। यहां तक कि अपनी पर्सनल लाइफ से लेकर प्रोफेशनल लाइफ में भी वह हमेशा कहती थी कि जल्दी करो, जल्दी चलो और जिंदगी बहुत छोटी है। कुछ लोग तो यह भी कहते हैं कि उनको ऐसा लगता था कि उन्हें पता था कि वह ज्यादा दिनों तक इस दुनिया में नहीं रहने वाली हैं।