करिश्मा कपूर का छलका दर्द, कहा– ‘सुहा’गरात पर पति ने मेरा सौ,दा किया, मुझे इस्तेमाल किया

तलाक के बाद करिश्मा कपूर और संजय कपूर दोनों ने एक-दूसरे पर कई इल्जाम लगाए थे। करिश्मा ने संजय पर इल्जाम लगाते हुए कहा था कि हनीमून के दौरान संजय कपूर ने उनकी बोली लगाई थी। पब्लिक फिगर बनने के लिए उसने मुझे ट्रॉफी की तरह इस्तेमाल किया था।करिश्मा कपूर (Karishma Kapoor) 90 के दशक की सुपरहीट एक्ट्रेस रही हैं। राजा हिंदुस्तानी के साथ एक से बढ़कर एक हिट फिल्में उनके नाम हैं।

करिश्मा का नाम वैसे तो कई स्टार्स के साथ जुड़ा, लेकिन उन्होंने अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) के साथ सगाई की थी, जो किसी वजह से टूट गई। इसके बाद करिश्मा ने 29 सितंबर 2003 में करिश्मा ने बिजनेसमैन संजय कपूर (Sanjay Kapoor) से शादी कर ली। करिश्मा की शादी बड़े ही धूमधाम से की गई थी।

करिश्मा ने संजय कपूर से शादी करने के बाद फिल्मों में काम करना बंद कर दिया था। लेकिन शादी के कुछ सालों बाद ही करिश्मा और संजय के बीच कुछ खटपट होने लगी। इस तरह ये शादी ज्यादा नहीं चल पाई। 11 साल बाद 2016 में करिश्मा और संजय का तलाक हो गया।

दोनों का तलाक तो हो गया, लेकिन मीडिया के सामने करिश्मा और संजय दोनों ने एक-दूसरे पर कई इल्जाम लगाए थे। करिश्मा ने संजय पर इल्जाम लगाते हुए कहा था कि हनीमून के दौरान संजय कपूर ने उनकी बोली लगाई थी। वहीं, उन्हें गर्भवती होने के दौरान फि’जि’क’ल टॉ’र्च’र किया गया।

इसके अलावा करिश्मा ने कहा था कि संजय हमेशा फेमस और पब्लिक फिगर बनना चाहता था। जिसके लिए उसने मुझे ट्रॉफी की तरह इस्तेमाल किया, ताकि वो दिल्ली के लोगों के बीच पॉपुलर हो सके। वहीं, संजय ने करिश्मा पर आरोप लगाया था कि करिश्मा ने उनसे सिर्फ पैसों के लिए शादी की थी।

आपको बता दें कि करिश्मा कपूर से तलाक के बाद जहां संजय कपूर ने प्रिया सचदेवा से शादी कर ली। वहीं, करिश्मा अपने दो बच्चों समायरा और कियान की अकेले ही परवरिश कर रही हैं।करिश्मा कपूर (Karisma Kapoor) के पूर्व पति संजय कपूर (Sanjay Kapur) को कोर्ट ने तलाक की मंजूरी देने से पहले कुछ शर्तों को मानने के लिए बाध्य किया था।

संभव था यदि करिश्मा और संजय यह शर्त न मानते तो उनके तलाक की मंजूरी भी लटक जाती। क्या थी ये शर्त चलिए जानें।बॉलीवुड एक्ट्रेस करिश्मा कपूर और संजय कपूर का तलाक का मामला एक समय बेहद पेचीदा हो गया था। बच्चों की कस्टडी को लेकर भी मामला उलझता जा रहा था। ऐसे में दोनों पक्ष के सामने ‘रजामंदी शर्तों’ को रखा था और कहा था कि यदि वे आपसी सहमति से कुछ शर्तों को मान लेंगे तो तलाक आसानी से मिल सकेगा।