टी 20 में सबसे तेज शतक ठोकने वाले 10 धुरंधर, लिस्ट में कई भारतीय बल्लेबाज

टी 20 प्रारूप के आने के बाद बल्लेबाज अब खूब तेजी से रन बनाते हैं।

टी 20 में अब तक कई ताबड़तोड़ पारियां देखने को मिली है। आज के इस लेख में हम बात करेंगे T20 में सबसे तेज शतक लगाने वाले टॉप-10 खिलाड़ी के बारे में। बता दें कि हमने इस रिकॉर्ड में टेस्ट का दर्जा पाने वाली टीमों के खिलाड़ियों को जगह दी है।

टी-20 में सबसे तेज शतक लगाने का विश्व रिकॉर्ड दो धुरंधरों के नाम पर है। सबसे पहले इस कीर्तिमान को दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज डेविड मिलर ने अपने नाम किया था। टी 20 के नंबर 1 बल्लेबाज डेविड मिलर ने साल 2017 में बांग्लादेश के खिलाफ महज 35 गेंदों में शतक जड़ा था।

इस दौरान मिलर ने अपनी पारी में 9 छक्के और 7 चौकों की मदद से 36 गेंदों में 101 रनों की ताबड़तोड़ नाबाद पारी खेली थी। T20 में सबसे तेज शतक लगाने के मामले में डेविड मिलर ज्यादा दिनों तक अकेले नंबर 1 नहीं रह सके। करीब 2 महीने बाद उनको ये स्थान भारत के हिटमैन रोहित शर्मा के साथ साझा करना पड़ा।

22 दिसंबर 2017 को रोहित ने मिलर के इस रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए महज 35 गेंदों में शतक थोक दिया था। रोहित शर्मा ने श्रीलंका के खिलाफ इंदौर में 118 रनों की पारी खेली थी। इस दौरान उनके बल्ले से 10 छक्के और 12 चौके निकले थे।

लिस्ट में तीसरा नंबर अफगानिस्तान के युवा बल्लेबाज हजरतुल्लाह जजई का आता है जिन्होंने साल 2019 में आयरलैंड के विरुद्ध 42 गेंद पर शतक बनाया था। अफगानी बल्लेबाज ने तब ताबड़तोड़ 162 रन बनाए थे। टी-20 की चौथा सबसे तेज शतक साउथ अफ्रीका के रिचर्ड लेवी ने जड़ा था।

रिचर्ड लेवी ने 2012 में न्यूजीलैंड के विरुद्ध 117 रनों का शतक बनाया था। रिचर्ड लेवी के बल्ले से तब 45 गेंदों में शतक देखने को मिला था। इसके बाद इस लिस्ट में दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज फाफ डुप्लेसिस (2015), टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल (2016) और न्यूजीलैंड के ग्लेन फिलिप्स (2020) का नाम आता है।

T20 me sabse tej satak lagane wale top-10 khiladi

इन तीनों ही धुरंधरों ने वेस्टइंडीज के साथ खेलते हुए 46-46 गेंदों में टी-20 का शतक लगाने का कारनामा किया था। लिस्ट में आगे सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाजों में एरॉन फिंच, क्रिस गेल और कॉलिन मुनरो मौजूद हैं।

इन तीनों ही प्लेयर्स को शतक पूरा करने के लिए 47-47 गेंदे लगी थी। फिंच (2013) और गेल (2016) ने इंग्लैंड के विरुद्ध जबकि मुनरो (2018) ने वेस्टइंडीज के खिलाफ इस उपलब्धि को हासिल की थी।

(साभार)

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