आज के इस लेख में हम बात कर रहे हैं कॉमेडियन व होस्ट भारती सिंह की.
भारती सिंह को आज पूरा देश जानता है, लेकिन उनकी कामयाबी का ये सफ़र इतना आसान नहीं था. उन्हें जीवन की पहली कामयाबी तो जन्म के साथ ही हासिल हो गई थी.
बेटियों को कोख में ही मा’र देने की खो’खली प’रंपरा का सा’या भारती पर भी मंडराया लेकिन इस लड़की ने अपनी मौ’त को भी हरा दिया.
3 जुलाई 1986 को पंजाब के शहर अमृतसर में जन्मी भारती सिंह का बचपन बेहद संघर्षों के साथ बीता. जब वह बहुत छोटी थीं तभी उनके पिता इस दुनिया को अलविदा कह गए. पिता की मृ’त्यु के बाद भारती की मां कमला सिंह ने परिवार के पालन-पोषण की जिम्मेदारी उठाई.
भारती ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अमृतसर से पूरी की और आज पूरा देश भारती को एक कॉमेडियन के रूप में जानता है. लोग उनके वजन पर तरह तरह की टिप्पणियां करते रहे लेकिन भारती सबको अनसुना कर के आगे बढ़ती रहीं.
बहुत कम लोग जानते हैं कि भारती के जीवन का संघर्ष उनके जन्म से पहले से ही शुरू हो गया था. एक इंटरव्यू के दौरान भारती सिंह ने इस संबंध में बात करते हुए कहा था कि उनके परिवार के लोग ही उन्हें पैदा नहीं करना चाहते थे.
जिन दिनों भारती का जन्म हुआ उन दिनों देश भर में एक नारा जोरों पर था ‘हम दो हमारे दो’. भारती से पहले उनके दो भाई-बहन इस दुनिया में आ चुके थे और वह अपने मां बाप की तीसरी संतान के रूप में पैदा होने वाली थीं.