Mughal Harem: मुग़ल सम्राटों के दौरान, हरम (शाही महल) महिलाओं के लिए विभिन्न रक्षासंग्रह कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे। एक प्रमुख खेल जो हरम में खेला जाता था, वह बागबानी (बगीचा) थी। मुग़ल बागबानी को एक महत्वपूर्ण और प्रिय मनोरंजनिक कार्यक्रम मानते थे जिसे रानियों, राजमाताओं, और अन्य महिलाओं के बीच में आयोजित किया जाता था।
मुग़ल सम्राट अकबर के दौरान, उनकी रानियों और महिला सदस्यों के लिए खास बाग और मनोरंजन स्थलों का निर्माण किया जाता था। वहाँ उन्हें बागबानी, नाच-गाने, कविता पाठ, और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेने का मौका मिलता था। मुग़ल शासकों के दौरान महिलाओं को खेल, कला, संगीत, और साहित्य के क्षेत्र में सम्मानित किया जाता था और उन्हें विभिन्न रंग-बिरंगे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता था।
मुग़ल सम्राटों के दौरान, अधिकांश महिलाएं जहां दिनचर्या में शामिल नहीं थीं, उन्हें खेल खेलाने की अनुमति नहीं थी। हालांकि, विशेष प्रयोजनों के लिए या महिलाओं के आस-पास मनोरंजन के लिए कुछ खेल खेले जाते थे।
एक प्रमुख खेल, जो मुग़ल सम्राटों के हरम में खेला जाता था, है पशबंदी (Pashbandi) या बाज़ी (Bazi) का खेल। इसमें दो टीमें होती थीं और खेलकर विजय प्राप्त करने के लिए प्रतिद्वंदी टीम के सदस्यों को बाज़ी पर हराना होता था। यह खेल आमतौर पर घोड़े के साथ खेला जाता था, जिसमें मूर्तियों के बने हुए घोड़े द्वारा टीमें एक दूसरे को चोट पहुंचाते थे। इस खेल को मुग़ल सम्राट अकबर के खास पसंदीदा खेलों में से एक माना जाता है।
यह भारतीय खेल बाज़ी का एक रूप है, जिसे आजकल भी खेला जाता है और उत्तर भारत में व्यापक रूप से खेले जाते हैं। यह खेल आधिकारिक तौर पर महिलाओं के बीच नहीं खेला जाता था, लेकिन कई संस्कृति में इसे महिलाओं के साथ भी खेला जाता है।
यद्यपि मुग़ल हरम में महिलाओं के साथ अन्य खेलों के बारे में कम जानकारी है, लेकिन अकबर की रानी जोधाबाई भी शिकार खेलने में रुचि रखती थीं। वह चीता, हिरण, बाघ, और अन्य जानवरों के शिकार में सक्रिय थीं। इसके अलावा, अकबर के द्वीपायी विश्राम स्थलों में महिलाओं को अन्य खेल जैसे खुद्दोश, खोली आदि का आनंद लेने की अनुमति दी जाती थी।
ऐश को जीवन पसंद आया
मुगल साम्राज्य के दौरान भारत पर शासन करने वाले शासकों को विलासितापूर्ण जीवन पसंद था।
इतिहासकारों ने बहुत कुछ लिखा
इतिहासकारों ने मुगल सल्तनत और शाही हरम के बारे में बहुत कुछ लिखा है।
5 हजार से ज्यादा महिलाएं
इतिहासकारों के अनुसार अकबर के शाही हरम में 5,000 से अधिक महिलाएँ थीं।
मुगल हरम में ताश, कुश्ती और चौसर जैसे कई खेल खेले जाते थे।
खेल राजा के पास होता
मुगल हरम में बादशाह के साथ औरतें ताश खेलती थीं।
मनोरंजन के कई तरीके थे
राजा भी साँप के खेल, धनुर्विद्या आदि का आनंद लेता था।
राजा को खुश होना था
जब राजा जीता, तो महिलाओं को उसे खुश करना पड़ा।
एक की मौत जरूर हुई
इतना ही नहीं, मुर्गों की लड़ाई होती और उनमें से एक की मौत निश्चित थी।
खूब नाच-गाना हुआ
हारने पर महिलाओं को नाच-गाकर अपना मनोरंजन करना पड़ता था।