बॉलीवुड के शानदार अभिनेता सोनू सूद आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. सोनू सूद ने भले ही बॉलीवुड के ज्यादातर फिल्मों में नेगेटिव किरदार निभाया हैं. लेकिन कोरोना वायरस के आने के बाद से सोनू सूद ने गरीब लोगों का इतना ज्यादा मदद किया कि लोग इन्हें भगवान का दर्जा देने लगे. आपको बता दें कि लॉकडाउन के दौरान सोनू सूद ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे. जो बिना किसी फायदे के लोगों का मदद करते जा रहे थे और इनके इस मदद के वजह से लोगों ने इनका एक मसीहा वाला इमेज बना दिया है.
आपको बता दें कि सोनू सूद इस समय पूरे देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी ज्यादा पॉपुलरटी हासिल कर चुके हैं. सोनू सूद के बढ़ते इस लोकप्रियता के पीछे इनकी बिना किसी फायदे के की जाने वाली मदत है. आपको बता दें कि सोनू सूद ने लोगों की इतनी ज्यादा मदद की कि हर कोई इन्हें इतना सम्मान देता है कि इसकी तुलना आप किसी से नहीं कर सकते हैं.
लेकिन क्या आपको पता है मसीहा वाले इमेज बनने के बाद से बॉलीवुड इंडस्ट्री में सोनू सूद को बहुत ही कम काम मिल रहा है. दरअसल, सोनू सूद ने अपने फिल्मी करियर में ज्यादातर नेगेटिव किरदार ही प्ले किया है. ऐसे में लॉकडाउन के बाद से लोगों ने इन्हें इतना ज्यादा प्यार दिया कि यह एक मसीहा के रूप में उभर गए है. जिसके बाद से बॉलीवुड में अभिनेता को नेगेटिव किरदार मिलना बंद हो गया है.
क्योंकि अब कोई अपने रियल हीरो को फिल्मी पर्दे पर नेगेटिव किरदार में नहीं देखना चाहेगा. इतना ही नहीं बात को खुद सोनू सूद ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था. दरअसल, सोनू सूद ने कहा था कि अब मुझे इंडस्ट्री से ऑफर आना बंद हो गया है क्योंकि मेरे मसीहा वाले छवि के वजह से मुझे अब कोई नेगेटिव किरदार में फिल्मी पर्दे पर नहीं देखना चाहेगा और यही कारण है कि मेरी स्क्रिप्टिंग में अब सुधार हो रहा है यह सब मेरे लिए काफी कुछ नया है और मुझे यह सब करके काफी मजा आने वाला है.