दिलीप कुमार साहब इस दुनिया को अलविदा कह गए और पीछे छोड़ गए कभी न भूलने वाली यादें.
ऐक्टर दिलीप कुमार (Dilip Kumar) के साथ फिल्म ‘राम और श्याम’ (Ram Aur Shyam) में नजर आईं ऐक्ट्रेस मुमताज (Mumtaz) आज भी उस दिन को नहीं भूली हैं, जब वह कुछ साल पहले दिलीप साहब के घर गई थीं और सायरा बानो (Saira Banu) से भी मिलीं। सायरा बानो ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया था। अपने हाथों से चाय बनाई और खाना बनाकर भी खिलाया। पर उस वक्त सायरा बानो ने मुमताज से एक बात कही थी, जो उन्हें आज दिलीप कुमार के निधन (Dilip Kumar death) पर याद आ गई।
मुमताज ने लंदन से बॉम्बे टाइम्स को दिए इंटरव्यू में इसका जिक्र किया। मुमताज को इस बात से गहरा झटका लगा कि उनके को-स्टार दिलीप कुमार अब इस दुनिया में नहीं हैं। दिलीप कुमार के साथ शूटिंग के वक्त की हसीन यादों को याद करते हुए मुमताज को वो बातें भी याद आ गईं जो सायरा बानो ने दिलीप कुमार के लिए कही थीं।
बोलीं मुमताज- ताज महल हैं दिलीप कुमार
मुमताज ने कहा, ‘दिलीप कुमार जैसा आदमी जो है ना, वो एक ताज महल है। और मैं ये चाहूंगी कि वो ताज महल की तरह कभी गुजरे ही नहीं। बस जिंदा रहे हमेशा ताकि लोग उसे देख सकें और हमेशा सम्मान दें। यहां मैं सायरा जी की खास तौर से बात करना चाहूंगी। सायरा जी ने अपनी सारी जिंदगी अपने पति के नाम कर दी। वह एक मां की तरह दिलीप कुमार का ख्याल रख रही थीं।’
‘यूसुफ साहब म’र जाएंगे तो मैं भी म’र जाऊंगी’
मुमताज ने आगे बताया, ‘उनकी सेवा में वो अपने आपको बिल्कुल भूल ही गईं। जब मैं और मेरी बहन सायरा जी से मिले गए तो उन्होंने हमसे कहा, ‘यूसुफ साहब (Mohammed Yusuf Khan) म’र जाएंगे तो मैं भी म’र जाऊंगी। क्या करूंगी मैं उनके बाद? वो इस कदर दिलीप साहब से अटैच थीं।’
12 साल की उम्र से करती थीं दिलीप से प्यार
सायरा बानो (Saira Banu) जब 12 साल की थीं, तभी उन्हें दिलीप कुमार से (Saira Banu Dilip Kumar love story) प्यार हो गया था। उन्होंने फैसला कर लिया था कि वह दिलीप कुमार से ही शादी करेंगी। सायरा बानों की मम्मी नसीम बानो एक ऐक्ट्रेस थीं, पर सायरा को ऐक्टिंग में कोई दिलचस्पी नहीं थी। बताया जाता है कि सायरा बानो फिल्मों में दिलीप कुमार के लिए ही आई थीं। सायरा बानो की जब दिलीप कुमार से शादी हो गई तो उन्होंने कुछ सालों बाद फिल्में छोड़ दीं और अपनी पूरी जिंदगी दिलीप कुमार के ही नाम कर दी।