इस्लामिक देशों के संगठन इस्ला’मिक सहयोग संगठन (Organization Of Islamic Cooperation) ने भारत में मुस्लि’मों को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है. कर्नाटक हिजा’ब विवा’द, मुस्लि’म महिलाओं को ऑनलाइन निशाना बनाए जाने और हरिद्वार धर्म संसद पर बोलते हुए ओआईसी के महासचिव हुसैन इब्राहिम ताहिर ने संयुक्त राष्ट्र से अपील की है कि इसे लेकर जरूरी कदम उठाए जाएं.
ओआईसी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसकी जानकारी देते हुए ट्वीट किया, ‘इ’स्लामिक सहयोग संगठन के महासचिव उत्तराखंड के हरिद्वार में हाल में हिं’दुत्व के समर्थकों द्वारा मुसलमानों के नरसंहार के सार्वजनिक आह्वान, सोशल मीडिया साइटों पर मु’स्लिम महिलाओं के उत्पी’ड़न की घटनाओं के साथ-साथ कर्नाटक राज्य में मुस्लि’म छात्राओं के हि’जाब पहनने पर प्रति’बंध लगाने की घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त करते हैं. ‘
ट्वीट में आगे लिखा गया, ‘ओआईसी जनरल सचिवालय इस संबंध में आवश्यक उपाय करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार परिषद से आह्वान करता है कि वो आवश्यक कदम उठाएं. OIC एक बार फिर भारत से आग्रह करता है कि वह अपने नागरिकों के जीने के अधिकार की रक्षा करते हुए मुस्लिम समुदाय और उनके हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करे और उनके खिलाफ हिंसा और घृणा अपराधों को भड़काने वालों अपराधियों को सजा दिलाए.’
क्या हैं वो मामले जिन्हें लेकर ओआईसी ने भारत पर साधा निशाना?
हरिद्वार धर्म संसद- पिछले साल उत्तराखंड के हरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर को ‘धर्म संसद का आयोजन किया गया. इस धर्म संसद से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए जिसमें साधु-संत मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ स्पीच देते दिखाई दिए.
वीडियो में साधु-संत धर्म संसद में शामिल लोगों से धर्म की रक्षा के लिए हथि’यार उठाने, मु’स्लिम आबादी न बढ़ने देने, मु’स्लिम प्रधानमंत्री न बनने देने जैसी बातें कहते दिख रहे थे.
मुस्लिम महिलाओं का ऑनलाइन उत्पी’ड़न- साल की शुरुआत में ही बु’ल्ली बाई ऐप का मामला सामने आया जिस पर 100 से अधिक मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया गया. ये महिलाएं अपने क्षेत्र में काफी एक्टिव हैं.
बुल्ली बाई ऐप पर मु’स्लिम महिला पत्रकारों, कार्यकर्ताओं की तस्वीरों और उनके नाम का इस्तेमाल किया गया और उनकी ऑनलाइन बोली लगवाई गई. इस ऐप को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने काफी नाराजगी जाहिर की. इस मामले में कई गिरफ्तारियां भी हुई हैं.
कर्नाटक हिजा’ब विवाद- कर्नाटक का हिजाब विवाद उडुपी के सरकारी कॉलेज में 6 छात्रों के हिजाब पहनकर जाने के बाद शुरू हुआ. कॉलेज ने छात्राओं को प्रवेश से रोक दिया और कहा कि छात्राओं को हिजाब न पहनकर आने के लिए कहा गया था. वहीं छात्राओं का कहना था कि हिजाब पहनना उनका संवैधानिक अधिकार है और उन्हें इससे रोका नहीं जा सकता.
धीरे-धीरे ये विवाद कर्नाटक के कई शिक्षण संस्थानों में फैल गया और ‘हिजाब वर्सेज भगवा’ का मामला गर्मा गया. कुछ लोगों ने भगवा स्कार्फ पहनकर हिजाब का विरोध भी किया. फिलहाल ये मामला कर्नाटक हाई कोर्ट में है.