संजय खान 70 से 80 के दशक के मशहूर अभिनेताओं में शामिल हैं। उनका नाम हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेताओं में शुमार है। उन्होंने बॉलीवुड को कई ऐसी फिल्में दी जो आज भी दर्शकों के दिलों में बसी हुई हैं। यहीं नहीं उन्होंने बड़े पर्दे के साथ-साथ छोटे पर्दे पर भी अपने अभिनय का हुनर दिखाया हैं।
बता दें कि 90 के दशक में वह द स्वॉर्ड ऑफ टीपू सुल्तान में मुख्य भूमिका में नजर आए थे। यह वो दौर था जब वह छोटे पर्दे से लेकर बड़े पर्दे पर अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे थे, लेकिन यही वो दौर भी था जिसने उनकी जिंदगी बदल दी। 1990 के एक हा”दसे ने उनकी पूरी जिंदगी बदल कर रख दी।
दरअसल बात उस वक्त की है जब संजय खान टीपू सुल्तान की शूटिंग कर रहे थे। शूटिंग के दौरान ही सेट पर भी’षण’ आ’ग लग जाती है। उस दौरान सेट पर 40 लोगों का स्टाफ मौजूद था । संजय खान इसी भी’षण आग का शि’कार हो जाते हैं। इस हा’द’से में उनके शरीर का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा बुरी तरह ज’ल जाता है।
आपको बता दें कि ये हा’द’सा इतना बुरा था कि की उनके शरीर की 73 सर्जरी करनी पड़ी । महज 13 दिन के अंदर डॉक्टरों की टीम ने 73 ऑपरेशन्स को अंजाम दिया था । उनकी सर्जरी के नं. सुनकर ही आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि यह हादसा कितना भ’या’न’क रहा होगा।
दरअसल अपने एक इंटरव्यू के दौरान ही संजय खान ने इन बातों का खुलासा किया था। वह कहते हैं कि हा’द’से के दौरान मैं सेट पर ही मौजूद था । मैं और मेरे राइटर दोनों बैठकर बातें कर रहे थे। इसी दौरान हमें पता चला कि सेट पर आ”ग लग गई है। हम घबरा कर कमरे से बाहर जाने के लिए दरवाजा खोल रहे थे। हम चि’ल्ला रहे थे लेकिन भी”षण आ”ग की वजह से वहां अफ’रा-तफ’री का माहौल था । इसी दौरान आ’ग बढ़ गई और मेंरे सिर पर कुछ बहुत ही तेजी से आकर गिरा। वो कहते हैं कि इसके बाद क्या हुआ मुझे कुछ भी याद नहीं।
बता दें कि इस हादसे में वह बु’री तरह घा’य”ल हो गए थे। वो आगे कहते हैं कि मेरे चेहरे की हा”लत इतनी बुरी थी की डॉक्टर्स ने मुझे इंडस्ट्री छोड़ने तक की सलाह दे डाली थी। हालांकि संजय खान ने बहुत जल्द ही रिकवरी कर ली थी और कुछ वक्त के बाद ही वो इंडस्ट्री में फिर से लौट आए थे।