Delhi: पांच जुलाई से शुरू होने वाले तीन दिवसीय कथा के दौरान तीन दिवसीय यज्ञ का भी आयोजन किया गया. वहीं सात जुलाई को बहुचर्चित दिव्य दरबार का आयोजन होगा.
दिल्ली में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की तीन दिवसीय हनुमंत कथा आज से शुरू हो गई है. पांच से आठ जुलाई तक चार दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई. यह यात्रा आईपी एक्सटेंशन मंडावली से निकाली गई, जो कई सोसायटी से होते हुए रामलीला उत्सव ग्राउंड में समाप्त हुई.
इस यात्रा में पीली साड़ी पहने, सिर पर कलश लिए 11 हजार महिलाओं ने भाग लिया. इसके लिए पहले से रजिस्ट्रेशन किया गया था. इस कलश यात्रा को लेकर लोगों के उत्साह का आलम यह रहा है कि, भीषण गर्मी के बावजूद हजारों की संख्या में महिलाएं और पुरुषों ने इसमें अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.
खास बात यह रही कि इस दौरान जिस भी गली-मोहल्ले से कलश यात्रा गुजरी, वहां के लोगों ने पुष्प-वर्षा कर उनका अभिनंदन किया. कलश यात्रा में कई झांकियों को भी शामिल किया गया था, जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा.
कार्यक्रम के संयोजक रवि गुप्ता और रजत रस्तोगी ने आईपी एक्सटेंशन मंडावली से इस कलश यात्रा की शुरुआत की, जिसका समापन रामलीला उत्सव ग्राउंड के कथा स्थल पर किया गया, जहां आयोजन समिति से ललित गोयल और नवीन जिंदल ने कलशधारी महिलाओं का अभिवादन किया.
कलश यात्रा के समापन पर कथा स्थल में कलशों का ढेर लग गया, जिसकी भव्यता देखते ही बन रही थी. बता दें कि आज से इस तीन दिवसीय हनुमंत कथा का वाचन आईपी एक्शटेंशन के रामलीला उत्सव ग्राउंड में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के द्वारा किया जाएगा.
पांच जुलाई से शुरू होने वाले तीन दिवसीय हनुमंत कथा के दौरान तीन दिवसीय यज्ञ का भी आयोजन किया जाएगा. वहीं सात जुलाई को बहुचर्चित दिव्य दरबार का आयोजन होगा. जबकि आठ जुलाई को 21 कन्याओं का सामूहिक विवाह कार्यक्रम सम्पन्न होगा.
बागेश्वर धाम की लोकप्रियता को देखते हुए रिकॉर्ड तोड़ भीड़ के पहूंचने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि उत्सव ग्राउंड में दो लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है. साथ ही इस गर्मी में लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए भोजन-पानी, चिकित्सा और रहने की भी व्यवस्था की गई है.