हर दिल अजीज कादर खान के जीवन से जुड़े कई ऐसे द’र्दना’क सच हैं जिन्हें जानकर आपका दिल रो पड़ेगा। जो शख्स अपने अभिनय से सबके जीवन में रंग भरता रहा। जिस शख्स ने अपनी कलम से कई फिल्मी फसानों को हमेशा के लिए अमर बना दिया। उनकी निजी जिंदगी ऐसे जख्मों से भरी पड़ी है जिनका कोई मरहम नहीं।
वो जब पर्दे पर वि’लेन बनकर आए तो लोगों की रूह सिहर उठी। जब कैरेक्टर रोल किया तो सबके दिल में उतर गए। और जब कॉमेडी का रंग जमाया तो लोग हंसते-हंसते लोट-पोट हो गए। बात बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार कादर खान (Kader khan) की हो रही है जिन्होंने न सिर्फ अपने शानदार अभिनय से सबका मन मोह लिया बल्कि बॉलीवुड की कई फिल्मों में ऐसे ऐसे डायलॉग लिखे जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गए।
कादर खान की निजी जिंदगी ज’ख्मों से भरे पड़े
हर दिल अजीज कादर खान के जीवन से जुड़े कई ऐसे दर्दनाक सच हैं जिन्हें जानकर आपका दिल रो पड़ेगा। जो शख्स अपने अभिनय से सबके जीवन में रंग भरता रहा। जिस शख्स ने अपनी कलम से कई फिल्मी फसानों को हमेशा के लिए अमर बना दिया। उनकी निजी जिंदगी ऐसे ज”ख्मों से भरी पड़ी है जिनका कोई म’र’हम नहीं।
कादर खान अफगानिस्तान के रहने वाले थे
दरअसल, कादर खान मूल रूप से अफगानिस्तान के रहने वाले थे और बाद में अपने माता-पिता के साथ मुंबई आ गए, ये कहानी तो काफी मशहूर है। कादर खान के जन्म से पहले उनके तीन भाई एक एक कर मौ’त का नि’वा’ला बन गए थे ये हकीकत भी दुनिया जानती है। पर कादर खान की मां की मौ’त से जुड़ा ये खौ’फना’क सच कम लोग ही जानते होंगे। ये उन दिनों की बात है जब कादर खान फिल्मों में नहीं आए थे। तब वो रंगमंच पर अपने अभिनय का कौशल दिखाया करते थे।
मां की तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टर को खींच कर घर लाए थे
बकौल कादर खान, एक दिन जब वो एक शो करने के बाद घर लौटे तो देखा की उनकी मां खू’न की उल्टियां कर रही थीं। कादर खान बुरी तरह घबरा गए। वो दौड़कर डॉक्टर के पास गए लेकिन डॉक्टर ने घर जाने से इनकार कर दिया। मां की बीमारी से बुरी तरह दुखी कादर खान को गुस्सा आ गया और वो डॉक्टर को जबरन खींच कर अपने घर ले गए। डॉक्टर ने कादर खान की मां की नब्ज देखी और सिर झुकाकर सिर्फ इतना कहा- शी इज नो मोर, शी इज डे’ड।
मां की मौ’त की खबर सुन लोगों ने कहा क्यों मजाक कर रहे हो
कादर खान के पैरों तले जमीन खिसक गई। सिर पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। उन्हें यकीन नहीं हुआ कि अब उनकी मां इस दुनिया में नहीं रही। लेकिन कादर खान के साथ कु’दरत का क्रू’र मजाक यहीं खत्म नहीं हुआ। हद तो तब हो गई जब दुख और हताशा में डूबे कादर खान ने फोन पर अपने परिचितों को मां की मौ’त की खबर दी तो किसी ने उनकी बात पर भरोसा नहीं किया। सबने यही कहा कि अपनी मां की मौ’त को लेकर इस तरह का मजाक करना ठीक नहीं।
एक अप्रैल को उनकी मां का हुआ था नि’धन
दरअसल जिस दिन कादर खान की मां का इं’तका’ल हुआ उस दिन एक अप्रैल था। सबने यही समझा कि कादर खान मजाक कर रहे हैं। द’र्द में डूबे कादर खान रोते रहे। ची’ख-चीखक’र सबको ये भरोसा दिलाने की कोशिश करते रहे कि उनकी मां इस दुनिया में नहीं रही, लेकिन किसी ने उनपर भरोसा नहीं किया।
एक्टिंग और राइटिंग में महारत हासिल थी कादर को
एक अप्रैल का ये म’नहू’स सच कादर खान के जीवन का सबसे बड़ा द’र्द बन गया जो ताउम्र उन्हें सालता रहा। बाद में कादर खान एक सफल अभिनेता बने। ख’ल’नाय’क का रोल हो या कमे’डियन का किरदार या फिर चरित्र अभिनेता की चुनौती, हर कसौटी पर वो अव्वल साबित हुए। दर्जनों फिल्मों में एक से बढ़कर एक सुपरहिट डायलॉग लिखे। अमिताभ बच्चन के लिए कई यादगार संवाद लिखे। बेशुमार दौलत और शोहरत कमाई। जीवन में जो चाहा वो हासिल किया लेकिन मां को खो देने का गम कभी कम नहीं हुआ। गरीबी और सं’घर्ष के दिनों की वो ड’रा’व’नी याद म”रते दम तक उन्हें शू’ल की तरह चुभती रही।