शेख रशीद ने बांग्लादेश और श्रीलंका के विरुद्ध साहसिक पारियां खेलकर टीम इंडिया को अंडर 19 एशिया कप जिताने में अहम रोल अदा किया. फाइनल मैच में 31 रन की पारी खेलने वाले शेख रसीद ने बांग्लादेश के खिलाफ 90 रन की पारी खेलकर शेख रशीद ने टीम इंडिया को फाइनल में पहुंचाया था.
टीम इंडिया के उपकप्तान शेख रशीद आंध्र प्रदेश के गुंटूर के रहने वाले हैं. शेख रशीद को क्रिकेटर बनाने में उनके पिता शेख बलीशा का बहुत बड़ा किरदार रहा. अपने बेटे को क्रिकेटर बनाने के लिए शेख बलीशा ने कई कुर्बानियां दीं. रशीद को बल्लेबाजी की प्रैक्टिस कराने के लिए उन्होंने बैंक की नौकरी छोड़नी पड़ी.
अंडर 19 एशिया कप में बलीशा अब बेटे की पारी से बेहत खुश हैं. बलीशा ने बताया कि वे प्राइवेट बैंक में जॉब करते थे. उन्होंने जब देखा कि रशीद को प्रैक्टिस करने में दिक्कत आ रही है तो उन्होंने नौकरी छोड़ कर रशीद को प्रैक्टिस कराने पर फोकस किया.
टीम इंडिया के बल्लेबाज रशीद का चयन पहले आंध्र प्रदेश की अंडर-14 टीम और बाद में अंडर-16 टीम में हुआ. रशीद दोनों वर्गों में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाए, जिसके बाद वह डिप्रेशन में चले गए थे और उन्होंने क्रिकेट को त्यागने का मन बना लिया था.
एशिया कप में अंडर 19 टीम के उपकप्तान रशीद की मुलाकात 8 साल की उम्र में टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज लक्ष्मण से हुई थी. शेख रशीद बचपन में गली क्रिकेटर के दौरान कई बार वे इतनी जोर से शॉट मारते थे कि लोगों के घरों दरवाजों और खिड़कियों के कांच टूट जाते थे.