सारस से जुदा होने पर फूट-फुट कर रो पड़े आरिफ, कहा – ‘मैं खुद चाहता था, वह चला जाए’..

यूपी अमेठी में राजकीय पक्षी सारस से दोस्ती को लेकर चर्चा में आए मोहम्मद आरिफ को वन विभाग की तरफ से नोटिस भी मिला है. नोटिस मिलने के बाद से आरिफ ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर सफाई दी. इस वीडियो में मोहम्मद आरिफ ने कहा है कि मैंने सिर्फ सारस का इलाज भर किया है. मैंने उसे पालकर नहीं रखा था. लेकिन, वन विभाग की तरफ से मेरे ऊपर कार्रवाई भी की जा रही है. हुआ यूं कि गौरीगंज के उप प्रभागीय वन अधिकारी रणवीर मिश्र की ओस रे नोटिस भी जारी कर मो. आरिफ को 2 अप्रैल को प्रभागीय वन अधिकारी कार्यालय भी बुलाया गया है.

अमेठी वन विभाग की तरफ से नोटिस मिलने के बाद मो. आरिफ का दर्द सोशल मीडिया पर भी छलका. मोहम्मद आरिफ ने कहा कि वन विभाग से नोटिस में कहा कि गया है कि ”आपके नाम सारस पक्षी पालने की वजह से मुकदमा रजिस्टर्ड किया गया है”. लेकिन, उसका पैर भी टूटा हुआ था. हमने उसका इलाज भी किया और हम चाहते थे कि वह अपने परिवार के साथ जंगल भी चला जाए, लेकिन वह मेरे साथ रहने भी लगा. मैंने उसे पाला भी नहीं था. वह अपनी स्वयं इच्छा से मेरे पास आता था और स्वयं इच्छा से चला भी जाता था, आखिर इसमें मेरा क्या कसूर?

यूपी के अमेठी जिले के जामो ब्लॉक के मंडका गांव के आरिफ और राजकीय पक्षी सारस की दोस्ती पिछले साल अगस्त 2022 में हुई थी. इन दोनों की दोस्ती धीरे-धीरे इतनी लोकप्रिय हो गई कि मोहम्मद आरिफ जहां भी जाते सारस पक्षी उनके पीछे-पीछे साये की तरह जाने लगा. अमेठी में यह दोस्ती करीब 1 महीने पहले चर्चा में आई.